नागा समझौता भाजपा सरकार के अहंकार को दर्शाता है
कांग्रेस पार्टी ने नागा शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले असम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर के मुख्यमंत्रियों को विश्वास में नहीं लेने के लिए आज भाजपा सरकार की आलोचना की। कांग्रेस संचार प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'यह सहकारी संघवाद के खिलाफ है।' उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार के अहंकार को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश को गुमराह किया कि प्रधानमंत्री ने उत्तर पूर्व के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया था, लेकिन वह यह बताना भूल गईं कि यह भूमि अध्यादेश विधेयक पर चर्चा के लिए नीति आयोग की बैठक थी।
'भारत के इतिहास में पहली बार कोई शांति समझौता हुआ, जिस पर कैबिनेट ने कभी चर्चा नहीं की, न ही गृह मंत्रालय को सूचित किया गया। सुरजेवाला ने कहा, 'गृह सचिव ने कथित तौर पर पीएमओ को पत्र लिखकर पूछा है कि नागा शांति समझौते का विवरण क्या है।' उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के मुताबिक सेना और सुरक्षा बल भी नागा शांति समझौते की रूपरेखा के बारे में जानना चाहते हैं।
असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने सवाल किया कि सरकार ने इतने महत्वपूर्ण समझौते को गुप्त क्यों रखा है और उन्होंने अपने सहयोगियों से भी सलाह क्यों नहीं ली।
मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने कहा कि अगर मणिपुर का एक इंच भी क्षेत्र लिया गया तो हम जी-जान से लड़ेंगे। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री नबाम तुकी ने कहा कि उन्हें समझौते के बारे में मीडिया से ही पता चला.
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