टोक्यो ओलंपिक 2021 में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास बनाने वाले नीरज चोपड़ा
नीरज चोपड़ा (जन्म 24 दिसंबर 1997 ) ट्रैक और फील्ड एथलीट प्रतिस्पर्धा में भाला फेंकने वाले खिलाड़ी हैं। नीरज ने 87.58 मीटर भाला फेंककर टोक्यो ओलंपिक 2021 में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है |अभिनव बिंद्रा के बाद किसी विश्व चैम्पियनशिप स्तर पर एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक को जीतने वाले वह दूसरे भारतीय हैं।
मार्च 2022, नीरज चोपड़ा को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है | राष्ट्रपति भवन में एक विशेष कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नीरज चोपड़ा को सम्मानित किया |
व्यक्तिगत जीवन
नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरयाणा राज्य के पानीपत नामक शहर के एक छोटे से गाँव खांद्रा में एक किसान रोड़ समुदाय में हुआ था[3]। नीरज के परिवार में इनके पिता सतीश कुमार पेशे से एक छोटे किसान हैं और इनकी माता सरोज देवी एक गृहणी है। जैवलिन थ्रो में नीरज की रुचि तब ही आ चुकी थी जब ये केवल 11 वर्ष के थे और पानीपत स्टेडियम में जय चौधरी को प्रैक्टिस करते देखा करते थे।
नीरज चोपड़ा एक भारतीय एथलिट हैं जो ट्रैक एंड फील्ड के जेवलिन थ्रो नामक गेम से जुड़े हुए हैं तथा राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। नीरज एक एथलीट होने के साथ-साथ भारतीय सेना में सूबेदार पद पर भी तैनात हैं और सेना में रहते हुए अपने बेहतरीन प्रदर्शन के बदौलत इन्हे सेना में विशिस्ट सेवा मैडल से भी सम्मानित किया जा चूका है।
नीरज चोपड़ा की शिक्षा
भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई हरियाणा से ही की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन्होंने ग्रेजुएशन तक की डिग्री प्राप्त की है। अपनी प्रारंभिक पढ़ाई को पूरा करने के बाद नीरज चोपड़ा ने बीबीए कॉलेज ज्वाइन किया था और वहीं से उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी।
नीरज चोपड़ा के कोच
नीरज चोपड़ा के कोच का नाम उवे हैं जो कि जर्मनी देश के पेशेवर जैवलिन एथलीट रह चुके हैं। इनसे ट्रेनिंग लेने के बाद ही नीरज चोपड़ा इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.
खेल जीवन
बायडगोसज्च्ज़, पोलैंड में आयोजित 2016 आइएएएफ U20 विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की। इस पदक के साथ साथ उन्होंने एक विश्व जूनियर रिकॉर्ड भी स्थापित किया है। और २०२1 टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए 82.23 मीटर तक भाला फेंक कर स्वर्ण पदक जीता था। ऐसे प्रदर्शन के बावजूद भी वे 2016 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में स्थान पाने में वह विफल रहे क्योंकि अर्हता प्राप्त करने के लिए अंतिम तिथि 11 जुलाई थी। इस समय वो भारतीय सेना के राजस्थान राइफल्स में कार्यरत हैं। वह खंडरा गांव, पानीपत, हरियाणा , भारत में है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोच गैरी गैरी कैल्वर्ट हैं। नीरज ने 85.23 मीटर का भाला फेंककर 2017 एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में सम्पन्न हुए 2018 राष्ट्रमण्डल खेलों में उन्होंने 86.47 मीटर भाला फेंककर स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
जून 2022 में नीरज चोपड़ा ने फिनलैंड में पावो नुरमी गेम्स में अपना ही नेशनल रिकॉर्ड तोड़ दिया, उन्होंने यहां पर 89.30 मीटर दूरी तक भाला फेंका और अपने ओलंपिक वाले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।[9] 2022 जून में ही फिनलैंड में चल रहे कुओर्ताने गेम्स में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीता। नीरज चोपड़ा ने यहां पर रिकॉर्ड 86.69 मीटर दूरी तक भाला फेंका।
जुलाई 2022 में अमेरिका के यूजीन में हो रहे वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के फाइनल में नीरज चोपड़ा ने 88.13 मीटर दूर भाला फेंका और भारत को 19 साल बाद कोई मेडल दिलाया।
सितंबर 2022 को ज्यूरिख में हुए डायमंड लीग के फाइनल्स में नीरज चोपड़ा ने 88.44 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ यह खिताब जीता। डायमंड लीग का फाइनल जीतने वाले वह पहले भारतीय बने। नीरज ने इससे पहले साल 2017 और 2018 में भी फाइनल के लिए क्वालिफाई किया था, जहां वह क्रमशः सातवें और चौथे स्थान पर रहे थे।
What's Your Reaction?