होली में मिलावटी खाद्य पदार्थों का बाजार गर्म, लोगों की जान से हो रहा खिलवाड़, जानें बचने के उपाय

Mar 5, 2023 - 11:54
Mar 5, 2023 - 12:08
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होली में मिलावटी खाद्य पदार्थों का बाजार गर्म, लोगों की जान से हो रहा खिलवाड़, जानें बचने के उपाय
होली में मिलावटी खाद्य पदार्थों का बाजार गर्म, लोगों की जान से हो रहा खिलवाड़, जानें बचने के उपाय

होली का त्योहार आ रहा है. लेकिन होली के उल्लास के बीच सावधान रहने की भी जरूरत है. इस मौके पर खुले बाजार की मिलावटी मिठाई और तेल रंग में भंग डाल सकती है. सभी को मालूम है कि उमंग, उल्लास और रंगों का पर्व होली का त्योहार आ गया है.

होली का त्योहार आ रहा है. लेकिन होली के उल्लास के बीच सावधान रहने की भी जरूरत है. इस मौके पर खुले बाजार की मिलावटी मिठाई और तेल रंग में भंग डाल सकती है. सभी को मालूम है कि उमंग, उल्लास और रंगों का पर्व होली का त्योहार आ गया है. घरों-बाजारों में जोर-शोर से इसकी तैयारियां चल रही हैं. मिठाई, नमकीन, पापड़, चिप्स और जोरों पर बन रहे हैं.

स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है यह मिलावट

दरअसल कई मामलों में देखा गया है कि मिलावट इस स्तर तक होती है कि इससे लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरा पैदा हो जाता है. इन मिलावटी मिठाई के सेवन से फूड प्वाइजिंग के साथ त्वचा से संबंधित रोग भी हो जाते हैं. यहां तक कि कैंसर जैसी घातक बीमारी भी होने की संभावना होती है. जानकारों की मानें, तो सरसों की तरह पीले दिखाई देने वाले कई तेल तो 110-120 रुपये प्रति बोतल बिक रहे हैं. दूसरी ओर रिफाइंड का भी यही हाल है. ब्रांडेड रिफाइंड 140 रुपये के करीब फुटकर बाजार में है, जबकि खुला रिफाइंड 125 से 130 रुपये लीटर में उपलब्ध है. इस स्थिति में थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है.

आम लोग भी कर सकते मिलावट की पहचान

उत्सव का माहौल है. लेकिन इसके साथ ही मिलावटी खोया,तेल आदि खाद्य पदार्थों का बाजार भी गर्म हो गया है. इस बढ़ी हुई मांग के बीच मुनाफाखोर लोगों की जान से खिलवाड़ करने लगते हैं. हालांकि थोड़ी सी जांच और परख से आप मिलावट से बच सकते हैं. भारतीय खाद्य संरक्षा और मानव प्राधिकरण ने भी कुछ ऐसे आसान तरीके सुझाये हैं, जिनसे आम लोग भी मिलावट की पहचान आसानी से कर सकते हैं.

मिलावटखोर ऐसे बनाते हैं मिलावटी खोया

- सस्ते मिल्क पाउडर, रिफाइंड और चीनी के बताशे मिलाकर मिलावटी खोया तैयार किया जाता है.

- सबसे ज्यादा खराब खोया मिल्क पाउडर के साथ टेलकम पाउडर और चूना को मिला कर बनाया जाता है.

- भैंस के एक किलो दूध में 240-250 ग्राम खोया निकलता है. वहीं देसी गाय के एक किलो दूध से 200 ग्राम तक ही खोया निकल सकता है.

आपको बता दें कि मिलावटी मिठाई से पेट दर्द और आंतों पर बुरा प्रभाव पड़ता है. वहीं धीरे-धीरे पाचन तंत्र ठीक से काम करना बंद कर देता है. मिलावट युक्त मिठाई को खाने से लोगों के लिवर-किडनी तक पर असर पड़ता है. साथ ही आंतों में जख्म होने के बाद पेट दर्द बना रहता है. शरीर में खुजली के साथ एलर्जी की समस्या होती है

मिलावटी पदार्थों को जांच करने के तरीके

- मावा खरीदते समय चुटकी भर मावा हथेलियों के बीच रगड़ें.

- असली मावा थोड़ा ऑयली और दानेदार होता है, उसके बाद उसमें से घी की महक भी आती है, अगर ऐसा है तो यह असली है.

- वहीं अगर हथेली से गंध आती है तो यह मिलावटी हो सकता है.

- मावा को थोड़ा सा लेकर थोड़े गर्म पानी में डालें, उसके बाद उसमें आयोडीन लोशन की कुछ बूंदें डालें. अगर मावा नीला हो जाता है, तो समझ जाएं कि इसमें मिलावट की गयी है.

- खोया की गोली को बनाएं, अगर गोली फटने लगे तो उसमें मिलावट की गयी है.

- असली खोवा खाने से मुंह में कच्चे दूध जैसा स्वाद आता है.

मिलावट पर विशेषज्ञों की राय

फिजिशियन और आइएमए के नेशनल एक्शन कमेटी के सदस्य डॉ अजय कुमार ने इस मामले में जानकारी दी है. उनका कहना है कि खाद्य पदार्थों में रंगों की मिलावट से पाचनतंत्र के साथ-साथ शरीर पर कई तरह से असर पड़ता है. मिलावटी खाद्य पदार्थ धीमा जहर होता है. इससे शरीर के अलग-अलग अंगों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इसके लंबे समय तक इस्तेमाल से किडनी और लिवर खराब होने से लेकर कैंसर तक होने का खतरा है.

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