भाजपा का डीएनए विनाश, नकार और त्याग का प्रतीक है

कांग्रेस नेता और संचार प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मंगलवार को भारत की जमीन, जंगल, पानी और हवा को अपने कॉर्पोरेट दोस्तों को बेचने के लिए भाजपा सरकार पर हमला किया। सुरजेवाला ने सवाल किया, 'क्या 'डीएनए' का मतलब बीजेपी के लिए डिस्ट्रक्ट, नेगेट और एबडीकेट है।'
उन्होंने कहा कि श्री मोदी सरकार का मूल उद्देश्य टीएसआर सुब्रमण्यम रिपोर्ट को लागू करना है, जिसमें 6 प्रमुख पर्यावरण कानूनों में व्यापक बदलाव का सुझाव दिया गया है: (i) पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, (ii) वन संरक्षण अधिनियम, (iii) वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, (iv) जल अधिनियम (v) वायु अधिनियम और (vi) भारतीय वन अधिनियम।
हम श्री मोदी से छह प्रश्न पूछना चाहते हैं:
1) टीएसआर रिपोर्ट वन अधिकार अधिनियम में निर्धारित ग्राम सभा की सहमति को वापस लेने की सिफारिश करती है। क्या मोदी जी जवाब देंगे कि आदिवासियों का अधिकार क्यों छीना जायेगा?
2) टीएसआर रिपोर्ट ने 70% से अधिक कैनोपी कवर वाले जंगलों को 'नो-गो एरिया' के रूप में अनुशंसित किया है। क्या मोदी जी जवाब देंगे कि वे भारत के 97% जंगलों को नष्ट करके देश के पर्यावरण के साथ खिलवाड़ क्यों करना चाहते हैं?
3) क्या मोदी सरकार उस कानून को बदल रही है जिसमें कहा गया है कि लोग विकास प्रक्रिया का हिस्सा होंगे?
4) क्या मोदी सरकार नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को खत्म करना चाहती है?
5) क्या राज्य संविधान के अनुच्छेद 48(ए) के तहत अनिवार्य अपनी सुरक्षात्मक भूमिका को त्याग देगा और इसके बजाय उद्योग की ओर से अत्यंत सद्भावना पर निर्भर रहेगा?
6) क्या श्री मोदी अब ऐसा कानून बनाएंगे जिससे उनके चुनिंदा कॉर्पोरेट मित्रों को मदद मिलेगी?
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