बॉलीवुड फ़िल्म अभिनेता सलमान खान का जीवन परिचय

अब्दुल रशीद सलीम सलमान ख़ान एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता हैं

Jan 2, 2023 - 17:07
Jan 2, 2023 - 17:16
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बॉलीवुड फ़िल्म अभिनेता सलमान खान का जीवन परिचय
सलमान खान का जीवन परिचय

अब्दुल रशीद सलीम सलमान ख़ान ( जन्म : २७ दिसम्बर १९६५) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता हैं, जो बॉलीवुड की फिल्मों में दिखाई देते  इन्होंने सन १९८८ में अभिनय की दुनिया में अपनी पहली फिल्म बीवी हो तो ऐसी से शुरूआत की थी। सलमान को अपनी पहली बड़ी व्यावसायिक सफलता १९८९ में रिलीज़ हुई मैंने प्यार किया से मिली, जिसके लिए इन्हें फिल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ नवीन पुरूष अभिनेता पुरस्कार भी दिया गया। वे बॉलीवुड की कुछ सफल फिल्मों में स्टार कलाकार की भूमिका करते रहे, जैसे साजन (१९९१), हम आपके हैं कौन (१९९४) व हम साथ साथ हैं बीवी नं॰ 1 (१९९९) और ये ऐसी फिल्में थीं जिन्होंने उनके करियर में पाँच अलग सालों में सबसे अधिक कमाई की। इन्होंने काले हिरण का शिकार किया था तथा सडक के किनारे सोए हुुुए आदमियों पर गाड़ी चढ़ाकर उन्हें माार दिया था।

१९९९ में ख़ान ने १९९८ की फिल्म कुछ कुछ होता है में उनकी अतिथि-भूमिका के लिए फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार जीता और तब से इन्होंने कई आलोचनात्मक और व्यावसायिक फिल्मों में स्टार के रूप में सफलता प्राप्त की है, जिनमें हम दिल दे चुके सनम (१९९९), तेरे नाम (२००३), नो एन्ट्री (२००५) और पार्टनर (२००७) शामिल हैं। २०१७ में टाइगर जिंदा है ने कमाई के मामले मे नया इतिहास बनाया इस तरह ख़ान ने खुद को हिंदी सिनेमा[5][6] के प्रमुख अभिनेताओं में सबसे महान अभिनेता की छवि बनाई। बाद में बनी फ़िल्में, वांटेड (२००९), दबंग (२०१०), रेड्डी (२०११) और बॉडीगार्ड (२०११) उनकी हिन्दी सिने जगत में सर्वाधिक कमाई वाली फ़िल्में रही। किक (२०१४ फिल्म) सलमान की पहली फिल्म है जो 200 करोड़ के क्लब में शामिल हुई है। किक सलमान की सातवीं फिल्म है जो 100 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस कर चुकी है। इससे पहले 6 फिल्में 100 करोड़ क्लब में शामिल हो चुकी हैं एक था टाइगर - 198 करोड़, दबंग-2 - 158 करोड़, बॉडीगार्ड - 142 करोड़, दबंग - 145 करोड़, Ready (2011 film) - 120 करोड़, जय हो (फ़िल्म) - 111 करोड़ है, इसके साथ ही अभी वर्तमान मे( 2021) में उनकी एक हिट फिल्म टाइगर जिंदा है रिलीज हुआ था | ( मुख्य सूचना सलमान ख़ान एक भारतीय अभिनेता के साथ एक गायक भी है. जिन्होंने कई सुरीली आवाजो में गाने भी गाए है

ख़ान कथानककार सलीम ख़ान और उनकी पहली पत्नी (प्रथम नाम सुशीला चरक) सलमा के ज्येष्ठ पुत्र है। उनके दादा अफगानिस्तान से आकर भारत में मध्य प्रदेश में बस गए थे। उनकी माँ मराठी हिंदू है। ख़ान ने एक दफ़ा खुद भी कहा है कि वे आधे हिंदू व आधे मुस्लिम है। उनकी सौतेली माँ हेलेन, एक पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री है जिन्होंने उनके साथ कुछ फ़िल्मों में साथ काम किया था। उनके दो भाई अरबाज़ ख़ान और सुहेल ख़ान व बहनें अलवीरा और अर्पिता है। अलवीरा की शादी अभिनेता/निर्देशक अतुल अग्निहोत्री से हो चुकी है। ख़ान ने अपने भाईयों अरबाज़ व सुहेल की ही तरह बांद्रा स्थित सेंट स्टेनिस्लॉस हाई स्कूल के माध्यम से अपनी स्कूली शिक्षा समाप्त की। इससे पहले उन्होंने ग्वालियर स्थित सिंधिया स्कूल में अपने छोटे भाई अरबाज़ से साथ कुछ वर्ष पढ़ाई की, इस तरह उन्होंने आगे भविष्य में क्य़ा करना चाहिए य़ह भी सोचा और अपनी मंजिल तय करने लगे |

सलमान ख़ान ने अपने अभिनय की शुरुआत १९८८ में फिल्म बीवी हो तो ऐसी से की जहाँ उन्होंने सहायक कलाकार की भूमिका निभाई। बॉलीवुड फिल्म में उनकी पहली प्रमुख भूमिका सूरज आर. बड़जात्या की रोमांस फिल्म मैंने प्यार किया (1989) में थी। यह फिल्म भारत की सर्वाधिक कमाई वाली फिल्मों से एक फिल्म बन गई। इस फिल्म के लिए उन्हें फ़िल्मफ़ेयर का सर्वश्रेष्ठ नए अभिनेता का पुरस्कार मिला व फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के लिए नामांकन भी प्राप्त हुआ।

१९९० में ख़ान की केवल एक फ़िल्म रिलीज़ की गई जिसका नाम था बागी: अ रिबेल फॉर लव। इसमें दक्षिण भारत की अभिनेत्री नग़मा मुख्य भूमिका में थी। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही थी और इसके बाद वर्ष १९९१ इनके लिए सफल वर्ष साबित हुआ जब इन्होंने लगातार तीन सफल हिट फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई जिनमे ' शामिल है। प्रारंभ में ही बॉक्स ऑफिस पर इन फिल्मों की जबरदस्त सफलता के बावजूद १९९२-१९९३ में रिलीज हुई इनकी तमाम फिल्में असफल रही।

सूरज बड़जात्या के निर्देशन में दूसरी बार सहयोग करने से रोमांस फिल्म हम आपके हैं कौन में सह कलाकार माधुरी दीक्षित के साथ ख़ान ने १९९४ में अपनी पहली सफलता का इतिहास पुन: दोहराया। उस साल की यह सबसे बड़ी हिट फिल्म थी और बॉलीवुड में सबसे बड़ी व्यावसायिक सफलता के अलावा इस फिल्म को दूर दूर से प्रशंसा मिलती रही और ख़ान को भी उनके प्रदर्शन के लिए तारीफ मिली जिसके चलते उन्हें दूसरी बार फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के लिए नामांकन मिला। उस वर्ष ख़ान की भूमिका वाली तीन और फिल्में रिलीज़ हुईं लेकिन किसी ने भी इतनी सफलता नहीं दिलाई जितनी कि पहली वाली फिल्म ने दिलाई थी। हालाँकि सह कलाकार आमिर ख़ान के साथ इनकी फिल्म अंदाज अपना अपनाके रिलीज होने के बाद से ही इनके प्रदर्शन के लिए इन्हें प्रशंसा मिल गई थी। १९९५ में इन्होंने राकेश रोशन की ब्लॉकबस्टर फिल्म करण अर्जुन से अपनी सफलता को मजबूत किया जिसमें शाहरुख़ ख़ान इनके सह कलाकार थे। यह फिल्म वर्ष की दूसरी सबसे बड़ी हिट फिल्म और इसमें करन की भूमिका ने उसके नाम को एक बार फिर फिल्मफेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नामित कर दिया गया जिसमें करन अर्जुन के सह कलाकार शाहरूख ख़ान को यह पुरस्कार दे दिया गया था।

१९९६ के बाद दो सफल फिल्में दी हैं। इनमें से पहली संजय लीला भंसाली की दिशात्मक शुरूआतख़ामोशी: द म्यूज़िकल थी जिसमें सह कलाकार के रूप में मनीषा कोइराला, नाना पाटेकर और सीमा बिस्वास थीं। हालाँकि यह बॉक्स ऑफिस पर असफल रही फिर भी समीक्षकों द्वारा सराही गई। इनकी अगली सफलता सनी देओल और करिश्मा कपूर के साथ राज कंवर की एक्शन हिट फिल्म जीत से रही। १९९७ में इनकी दो फिल्में जुड़वां और औजार रिलीज़ हुई। पहली वाली फिल्म डेविड धवन के निर्देशन वाली एक हास्य फिल्म थी जिसमें जन्म के समय बिछुड़ जाने के कारण दोहरी भूमिका निभाई थी।

ख़ान ने १९९८ में पाँच अलग अलग फिल्मों में काम किया जिसमें उनकी पहली रिलीज प्यार किया तो डरना क्या वर्ष की सबे बड़ी सफल फिल्म साबित हुई इसमें इनकी सह कलाकार काजोल थीं। इसके बाद साधारण सी सफलता दिलाने वाली इनकी फिल्म जब प्यार किसी से होता है आई। ख़ान ने उस युवा पुरूष की भूमिका निभाई थी, जिसे ऐसे बच्चे को संरक्षण में रखना है, जो उसका बेटा होने का दावा करता है। इस फिल्म में ख़ान का प्रदर्शन उनके लिए कई सकारात्मक सूचना एवं उनके आलाचकों से इनके पक्ष में खबरें लेकर आया। वे करन जौहर के निर्देशन वाली पहली फिल्म कुछ कुछ होता है के ही चक्कर काटते रहे। शाहरूख ख़ान और काजोल के साथ सह कलाकार के रूप में इन्होंने केवल अमन की भूमिका करने वाले केमियो तक ही बढ़ पाए। लेकिन, यह उसके लिए फायदेमंद सिद्ध हुई क्योंकि उनके प्रदर्शन ने उन्हें दूसरी बार सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता की श्रेणी में फिल्मफेयर पुरस्कार दिला दिया।

1999 में ख़ान ने तीन हिट फिल्मों हम साथ-साथ हैं में भूमिका निभाई जिन्होंने तीसरी बार सूरज बड़जात्या के साथ इनके संबंधों को मजबूत किया बीवी नं.1 उस साल की सबसे बड़ी फिल्म रही और हम दिल दे चुके सनम ने आलोचकों का मुँह बंद कर दिया और इस फिल्म ने इन्हें एक बार फिर सर्वश्रेष्‍ठ अभिनेता के फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामित करवा दिया।

वर्ष 2000 में इन्होंने छ: फिल्मों में काम किया जो आलोचकों की दृष्टि में व्यापार करने में असफल रहीं, इनमें से दो फिल्में कुछ सफल रहीं जैसै हर दिल जो प्यार करेगा और चोरी चोरी चुपके चुपके और इन दोनों में रानी मुखर्जी और प्रिटी जिन्टा इनकी सह कलाकार थीं। वर्ष 2001 तक देर से रिलीज होने वाली इनकी फिल्म चोरी चोरी चुपके चुपके, में इनके प्रदर्शन की सराहना की गई। सरोगेट चाइल्ड बर्थ के मुद्दे को सुलझाने वाली बालीवुड की यह पहली फिल्म थी जिसमें ख़ान ने एक धनी उद्योगपति की भूमिका निभाई थी, जो अपनी पत्नी के बांझ होने के बाद एक सरोगेट मदर किराए पर रख लेता है। आलोचकों ने इनके इस रूख को गंभीर भूमिका के प्रति लिया जिसमें इनके पहले की भूमिकाओं की तुलना में अधिक पैनापन दिखाई दिया। वर्ष 2002 में इन्होंने विलंब से रिलीज होने वाली फिल्म हम तुम्हारें हैं सनम में काम किया जो बॉक्स ऑफिस पर अर्द्ध हिट रही।

ख़ान की अगली फिल्में बॉक्स ऑफिस पर तब तक असफल होती रही जब तक उन्होंने 2003 में तेरे नाम फिल्म से अपनी वापसी नहीं की। इस फिल्म से बहुत कमाई की गई और इसके आलोचकों ने इसके प्रदर्शन की तारीफ की जिसमें तरन आदर्श नामक फिल्म में टी की तर्ज पर बनी इस फिल्म में सलमान ख़ान ने अच्छा अभिनय किया था। वह क्रम में अग्नि को साँस के रूप में ग्रहण करता है जिससे परेशानी होती है। लेकिन बाहर के मुश्किल हालातों में रहने वाला एक संवेदनशील व्यक्ति बाद में सबसे आगे आ जाता है। उनका भावनात्मक रूप से चिल्लाना बेहद शानदार रहा। इन्होंने मुझसे शादी करोगी (2004) और नो एन्ट्री (2005) जैसी हास्य फिल्मों के द्वारा बॉक्स ऑफिस पर अपनी सफलता जारी रखी। वर्ष 2006 इनके लिए अत्यधिक असफलता का वर्ष रहा जिसमें इनकी फिल्में जान-ए-मन और बाबुल दोनों ही बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गईं।

ख़ान ने वर्ष 2007 की शुरूआत सलाम ए इश्क फिल्म से की जो बॉक्स ऑफिस पर कुछ अच्छा न कर सकी। उनकी अगली रिलीज पार्टनर ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कार्य किया और ब्लॉकबस्टर की छवि दिलवाई। इसके बाद वे हालीवुड की एक मुवी में Marigold: An Adventure in India अमरीकी महिला कलाकार अली लार्टर के साथ दिखाई दिए। एक भारतीय आदमी और अमरीकी महिला की प्रेम कहानी बताने वाली यह फिल्म व्यापार और आलोचकों की दृष्टि से एक बड़ी असफलता रही।

वर्ष 2008 में ख़ान ने अपनी गेम शो दस का दम के साथ छोटे परदे पर उतरे जो अंतरराष्ट्रीय शो पॉवर ऑफ़ टेन पर आधारित था।

ख़ान लेखक सलीम ख़ान और उनकी पहली पत्नी सलमा ख़ान के सबसे बड़े बेटे हैं। उनकी सौतेली माँ हेलन बॉलीवुड के बीते ज़माने की एक मशहूर अभिनेत्री हैं, जिन्होंने उनके साथ खामोशी (1996) और हम दिल दे चुके सनम (1999) में सह-कलाकार के रूप में कार्य किया था। इनके दो भाई, अरबाज़ ख़ान और सोहेल ख़ान और दो बहनें, अल्वीरा एवं अर्पिता हैं।,

ख़ान एक समर्पित बॉडीबिल्डर हैं। वे प्रतिदिन मेहनत करते हैं और मूवी तथा स्टेज शो में अपनी कमीज उतारने के लिए प्रसिद्ध हैं। अमरीका की पीपुल पत्रिका द्वारा वर्ष 2004 में इन्हें दुनिया का 7वां सबसे सुंदर पुरूष और भारत के सबसे सुंदर पुरूष का खिताब मिला। अपने कैरियर में ख़ान विभिन्न धर्मार्थ संस्थाओं से जुड़े हुए हैं। बहुत सी अभिनेत्रियों के साथ रोमांस और अपनी पूर्व प्रेमिका ऐश्वर्या राय, सोमी अली और संगीता बिजलानी के साथ संबंधों के बावजूद ख़ान भारतीय मीडिया जगत में बालीवुड का सबसे चहेता कुंवारा अभिनेता बनता रहा है। वे 2003 से ही मॉडल से अभिनेत्री बनी कैटरीना कैफ के साथ डेटिंग करते आ रहे थे।।

15 जनवरी 2008 को लंदन के मैडम तुसाद संग्रहालय में ख़ान की आदमकद मोम की प्रतिमा स्थापित की गई और इस प्रकार संग्रहालय में मोम की प्रतिमा के रूप में दिखाई देने वाले वे चौथे भारतीय अभिनेता बन गए।

2007 :राजीव गांधी पुरस्कार मनोरंजन के लिए अपने में उत्कृष्ट उपलब्धि है।

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